India Invoked

नमस्ते!

सुसंस्कृत सुसभ्य भारतीय हैं हम, सर्वार्थ से नतमस्तक हो नमस्ते कहने सुन ने में न मात्र केवल शिष्टाचार ही है अपितु सदा सर्वदा औ सर्वथा नित नम्र नम्रता विनम्रता है, औरों के प्रति समर्पक संपर्क औ आदर सम्मान है !

नमस्ते, भारतीय परंपरा है | नमस्ते! जहाँ प्रायोगिक सार्थक समर्पक हो, शीर्ष / शीश झुका / साष्टांग  / नत मस्तक  नम्र नम्रता / विनम्रता से  संबोधित करें , गर्व से सद्घोष (सद्य-सदा उद्घोष) /

नमस्ते भारत यज्ञ भारत का यज्ञ है, नि:स्वार्थ सत्कर्म नव यज्ञ करें !

भारतीय हैं हम !! भारत यज्ञ करें हम !!!

नमस्ते! गर्व से कहिये, देखिये, पढ़िए, सुनिए औ लिखिए |

नमस्ते भारत गौरव भारत वैभव है|

 नमस्ते हमारा परिचय है, भारत भारतीय हैं हम, हम हैं नमस्ते!

भारत गौरव शाली, वैभव शाली हो,

नम नम्र विनम्र नमो नमः नमस्तुते  भारत:  भारत, माँ भारती, जयस्तुते

नमस्ते!

मात्र दान, भेंट  या / औ उपहार ही पर्याप्त नहीं, उधार / आधार, सम्पूर्ण सहकार, सुप्त-गुप्त-लुप्त औ सम्भवता सक्रीय योगदान भी चाहिए: राष्ट्रौ-जगत विश्वोद्धार के लिए !!! 

Donations/ Gifts alone are just not enough, we do seek Good Lending, Support, Fullest Co-op & passive or possibly active involvements for the betterment of the Nation/s the world & beyond.